


बुलन्दशहर : जैसे जैसे पंचायत चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे गांवों में भी अब सियासत गरमाने लगी है,गांव के लोग हों या एक दूसरे के प्रतिद्वंदी अब अपने को चमकाने में लगे हुए हैं,और एक दूसरे के कामों को बता रहे हैं,हालांकि अभी चुनाव काफी दूर है लेकिन डिबाई विधानसभा के ग्राम अफजलपुर की सियासत उस समय गरमाई जब ग्राम प्रधान के खिलाफ ग्राम प्रधान के कार्यों को लेकर शिकायत हुई,शिकायतकर्ता शिव कुमार निवासी ( अफजलपुर ) ने कई जगह चिन्हित की और पंचायत में लगने वाले ग्रामों में जाकर सारी जगह चिन्हित कर लिखित में शिकायत दी गई,वहीं शिकायत के बाद जिले बुलंदशहर से आई जांच टीम ने मौके पर आकर पहले पॉइंट्स नोट किए और फिर छैनी हथौड़ा लेकर जांच के लिए शिकायतकर्ता के साथ निकल पड़ी,पहले जांच ग्राम नगला खेड़ा के ग्राम सचिवालय की हुई जिसमें दीवारों में लगी ईंट व फर्श पर हुई इंटरलॉकिंग ईंट को देखा गया,शिकायतकर्ता का कहना था कि प्रधान द्वारा पिला ईंट का प्रयोग किया गया है,लेकिन जब हथौड़े से दीवार को तोड़ा गया तो वहां पिला ईंट नहीं दिखी लेकिन शिकायतकर्ता की संतुष्टि के लिए दोनों प्रकार की ईंट के सैंपल भी रख लिए गए,और लिखित दस्तावेज भी अधिकारियों के द्वारा मांगे गए,साथ ही दीवार की ऊंचाई चौड़ाई को भी अंकित किया गया,इसके बाद ग्राम नगला खेड़ा में बनी से,पुलिया,नाले की भी जांच हुई जिसके मानक भी अधिकारियों ने अंकित किए और लिखित दस्तावेज ग्राम प्रधान व सेक्रेट्री से मांगे, इसके बाद जांच टीम नगला भूड़ मार्ग पर स्थित प्राइमरी स्कूल में बनी नई दीवार और किचन का भी निरीक्षण करने पहुंचे वहां जाकर देखने में ऐसी कोई अनियमितता या कार्य नहीं मिला जिसकी जांच आगे तक की जाए लेकिन जांच अधिकारियों ने शिकायतकर्ता की संतुष्टि के लिए स्कूल की दीवार को तीन जगह से तोड़कर तुड़वाया और यह देखा कि कहीं पीला ईंट का प्रयोग तो नहीं किया गया लेकिन वहां भी दावे खोखले ही निकले दीवार और गेट में भी अव्वल ईंट का प्रयोग पाया गया,जिनकी तस्वीर आप देख सकते हैं,प्राइमरी स्कूल से ही आगे ग्राम नगला भूड़ भी हैं जहां ग्राम प्रधान अफजलपुर द्वारा ख़ेम सिंह के घर से चामड़ माता तक की सड़क की भी जांच हुई,शिकायकर्ता का आरोप था कि सड़क खेम सिंह के घर तक नहीं बनी है और इसकी गुणवत्ता में कुछ गड़बड़ी है जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने दबी हुई नाली को खुदवाया,नापा और जांच की,लिखित दस्तावेज पेश करने के आदेश भी दिए,लेकिन नाली भी जितनी कागजों में दिखाई गई वहां तक बनी हुई है,यह अधिकारियों ने माना और दस्तावेज की मांग की जिसने कितना आय और व्यय हुआ है उसकी जांच भी हो सके,बुलंदशहर से आई जांच टीम में अधिशाषी अभियंता विष्णु कुमार चौधरी ने हर उस पहलू की जांच गहनता से की जिसकी शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी जहां कमी थी उस जगह को चिन्हित भी किया और सभी लिखित दस्तावेज दिखाने की मांग ग्राम प्रधान व ग्राम प्रधान सचिव से की अब देखना यह होगा कि जो भी सैंपल शिकायकर्ता की अर्जी पर लिए गए हैं क्या वह फेल होते हैं या पास ? ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा आपको बता दें कि सैंपल में भी बस कुछ ईंट और इंटरलॉकिंग ईंट की जांच होनी है,और उन सभी निर्माण कार्यों के दस्तावेज भी देखे जाएंगे जिसमें आय और व्यय का पूरा ब्यौरा हो, अधिशाषी अभियंता विष्णु कुमार चौधरी ने कहा कि शिकायतकर्ता की अपील पर सभी पहलुओं पर जांच की गई और जहां भी ऐसा लगा कि कमी हैं वहां के मापदंड हमने अंकित किए हैं,लिखित दस्तावेज भी मांगे हैं,बाकी जो भी अगली कार्यवाही होगी,वो दस्तावेजों की जांच के बाद ही सुनिश्चित की जायेगी.








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