उत्तर प्रदेश में आजकल कुछ ज्यादा ही घटनाएं बढ़ गई हैं,जिनमें क्राइम से लेकर बलात्कार,चोरी,दंगा, सामुदायिक विवाद आदि शामिल हैं,जहां यूपी सरकार गुंडाराज खत्म होने की बात करती हैं तो वहीं हर दिन खबर आती है एक नए विवाद की,वजह कुछ भी हो लेकिन जिस प्रकार से अपराध बढ़ता जा रहा है उससे योगी सरकार पर उंगली तो उठेंगी ही साथ बढ़ते अपराध को लेकर फेल हो रहे प्रशासन की भी जवाबदेही बनती है,प्रदेश में पीछे एक महीने में यह दूसरी बड़ी घटना है जहां एक समुदाय के युवकों ने दूसरे समुदाय के युवक को गोली मारकर उसे मौत के घाट उतार डाला,इससे पूर्व ही उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की तहसील डिबाई में एक समुदाय के युवकों ने पत्थरबाजी से बुजुर्ग की जान लेली,योगी सरकार बेशक हिंदुहित की बात करती हो लेकिन आजकल हो अहित ही रहा है,जैसे बहराइच का मामला सामने आया है कि रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की कट्टरपंथियों ने जान लेली,और अब खुलासा हुआ है कि हत्या करने वाला मुख्य आरोपी नेपाल भाग गया है,रिश्तेदारों के घर शरण लेता फिर रहा है,पुलिस को भी इसका पुख्ता सबूत मिला है,जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद ने अपनी लाइसेंसी सिंगल बैरल बंदूक से रामगोपाल के सीने में गोली मारी थी | आरोपियों के खिलाफ अब पुलिस प्रशासन बड़ी शख्त कारवाई की तैयारी में है
बीते 13 अक्टूबर को बहराइच के महसी क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भारी हिंसा हुई थी,जिसमें रेहुवा मंसूर गांव निवासी 24 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई थी |
वारदात में अब्दुल हामिद और उसके दोनों बेटे सरफराज उर्फ रिंकू सलमान फहीम के अलावा अरज उर्फ साहिर ननकऊ,मारूफ व अन्य चार अज्ञात ऐप केस दर्ज किया गया है | एक भी नामजद आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया सका है |
बहराइच में तैनात एक पुलिस अफसर के मुताबिक,अब्दुल हामिद,और उसके दोनों बेटे नेपाल भाग चुके हैं और अपने कई रिश्तेदारों की शरण में हैं |
सीढ़ी के पास पहुंचते ही मारी गोली :
गोपाल ने पहले छत पर झंडा लगाया और फिर पीछे सीढ़ी के पास पहुंचा,पुलिस सूत्रों के मुताबिक,उसी दौरान उस पर अब्दुल हमीद ने अपनी लाइसेंस बंदूक से गोली दाग दी | पूरे शरीर में छर्रे लगे | गोपाल खून से लथपथ होकर गिर गया | इसके बाद उस पर सभी आरोपी टूट पड़े | धारदार हथियार से वार कर बर्बरता की | गोपाल के भाई और उसके साथी उसको मरणासन्न हालत में वहां से निकाल रहे थे तब भी आरोपी उस पर पथराव कर गोलियां चला रहे थे,जिसका वीडियो भी सामने आया है |
असंख्य भीड़ और पुलिसकर्मी फिर भी भागे आरोपी :
गोपाल की जब हत्या हुई तो हजारों की भीड़ मौके पर जमा थी,सभी लोग शोभायात्रा में शामिल थे | पुलिस भी मौजूद थी,लेकिन हैरानी की बात यह रही कि आरोपी तब भी वहां से भाग गए,ये बात किसी के गले नहीं उतर रही है,कुछ लोगों ने बातचीत में बताया कि जब हत्या की गई,उसके कुछ देर बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया | इससे लोग तितर बितर हो गए | उसी दौरान आरोपी भाग गए | अब ये इत्तेफाक है या फिर साजिश पता नहीं चल रहा है |







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